Tuesday, May 1, 2012

तेरा नाम जबभी इस्स जुबां पर आता है.

तेरा नाम जबभी इस्स जुबां पर आता है.
ऐ खुदा तेरा दीदार करनेको ये दिल तडपता है.
इस्स बेबस बन्देकी बन्दगीमे गर कोइ कमी है
तेरे रेहमो करमपर ये बेजान ज़िन्दगी थमी है

दिल के खामोश कोनेसे इक बुलन्द आवाज आई.
तेरी मासूम फ़रीयाद तुझे मुझतक आखिर ले आई
रुहकी नज़र से देख मेरा चश्मेनूर हर तरफ़ है
तेरे हर अपने, हर गैरोके दिलमे मेरा बसेरा है.

सुरजमे बसी रोशनी मेरी ताकतसे है
ये फ़लक, चान्द तारे मेरे इशारेसे है
ये आबो हवा हर मौसम मेरे रेहमसे है
हर गुलशन हर चमनकी खुशबु मेरे दमसे है

तेरी जिन्दगी की हर खुशी का राज मै हूं
हर जख्म हर गम का राज मै हुं
तेरे दिलसे निकली हर दुआकी बुनियाद मै हुं
तेरी हर तम्मना हर आरझू का हमराज मै हुं

तेरी हर मुशकील हर सवालका मै सवाली हुं
तेरी हर उम्मीद हर अस्ककी बुन्दका मै साहील हुं
तेरी हर मन्जिल हर मक्सदका मै रास्ता हुं
तेरी नायाब जिन्दगी के हर मुकाम का अनदेखा हमसफ़र हुं

हर प्यार करनेवालोंकी पाक मुहब्बतमे मुझे देख
हर नेकपरस्त इन्सानकी नेकीमे मुझे देख
इन्सानियतकी राहपर चलनेवालोकी इन्सानियतमे मुझे देख
मेरी इबादत करनेवाले ऐ बन्दे हर दिलमे मुझे देख

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